Ek Mukhi Rudraksha: जिसमें स्‍वयं शिव समाए हैं 

Ek Mukhi Rudraksha II One Mukhi Rudraksha II Benefits of Ek Mukhi Rudraksha II Price of Ek Mukhi Rudraksha II Rudraksha with One Face II एक मुखी रुद्राक्ष।। एक मुखी रुद्राक्ष के फायदे।। नेपाली एक मुखी रुद्राक्ष।।

क्‍या आप चाहते हैं कि पूरी दुनिया आपके पीछे चले, क्‍या आप अपने क्षेत्र में सबसे बेहतर होना चाहते हैं, क्‍या आपके दिल में राजनेता बनने की इच्‍छा है, क्‍या आप नौकरी में उच्‍च पदों पर जाना चाहते हैं ? 

परिचय

अगर इन प्रश्‍नों के उत्‍तर हां हैं तो आपको चाहिए कि आप भगवान शिव को प्रीय एक मुखी रुद्राक्ष धारण करें। 

1 मुखी रुद्राक्ष की मान्‍यता आज की नहीं है यह सदियों से भगवान श‍िव के आशीर्वाद के रूप में धारण किया जा रहा है। सदियों से इस रुद्राक्ष का चलन में रहना ही इस बात का दृढ़ प्रमाण है कि यह व्‍यक्ति के आध्‍यात्मिक व भौतिक जीवन को प्रभावित करता है। 

Ek Mukhi Rudraksha के लाभ 

इस रुद्राक्ष की मान्‍यता इतनी है कि शब्‍दों में इसके लाभ को बता पाना लगभग असंभव है। फिर भी कुछ मुख्‍य बिंदु है जिस पर चर्चा करते हैं। 

नेतृत्‍व क्षमता में वृद्धि: 

इस रुद्राक्ष को धारण करने से व्‍यक्ति में प्रथम होने की प्रबल इच्‍छा जागृत होती है। ये जहां भी रहते हैं लोग इनको फॉलो करते हैं। इनके तौर तरीके और काम करने का ढग ऐसा होता है कि लोग इनकों फॉलो करना चाहते हैं। 

एक मुखी रुद्राक्ष राजनेताओं के लिए बहुत लाभकारी है।

सरकारी नौकरी के प्रबल संभावना: 

यदि सरकारी नौकरी प्राप्‍त करना चाहते हैं और पूरी मेहनत के बाद भी सफलता से थोड़ी पहले रुक जा रहे हैं तो एक मुखी रुद्राक्ष जरूर धारण करना चाहिए। यह सूर्य के प्रभाव को कई गुना बढ़ाता है और सरकारी नौकरी (ज्‍योत‍िष में सरकारी नौकरी का कारक ग्रह सूर्य है) की संभावनाएं कई गुना बढ़ जाती हैं। 

एकाग्र करता है: 

ध्‍यान और मेडिटेशन के लिए भी एक मुखी रुद्राक्ष बहुत लाभकारी है। यह गले में हो तो अनाहत चक्र जागृत होता है। इसे धारण करने वाला अपनी इच्‍छाओं की पूर्ती के लिए किसी भी प्रकार से मार्ग बना ही लेता है। 

स्‍वास्‍थ्‍य लाभ: 

रुद्राक्ष कोई भी हो यदि उसे सही प्रकार से धारण किया जाए तो वह स्‍वास्‍थ्‍य लाभ देता ही है। इसी प्रकार 1 मुखी रुद्राक्ष भी है। 1 मुखी रुद्राक्ष क्राउन चक्र को जागृत करता है और व्‍यक्ति की बुद्धि विवेक संतुलित रहता है। इसलिए इस रुद्राक्ष को धारण करने के बाद व्‍यक्ति खुद को सही करने की शक्ति प्राप्‍त कर लेता है।

धन लाभ: 

ऐसी पौराणिक मान्‍यता है कि जहां भी इस रुद्राक्ष को पूरी आस्‍था से पूजा जाता है वहां मां लक्ष्‍मी सदा-सर्वदा के लिए विराजमान हो जाती हैं। 

नशा मुक्ति: 

एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से नशे की आदतों पर भी अंकुश लगता है। व्‍यक्ति मन चित्‍त से पूरी तरह से बदल जाता है। ऐसे व्‍यक्ति को इंडोनेशिया का एक मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। 

Ek Mukhi Rudraksha का पौराणिक महत्‍व: 

सनातन धर्म और हिन्‍दु पूजा पद्धति में रुद्राक्ष का एक महत्‍वपूर्ण स्‍थान है। रुद्राक्ष को भगवान शिव का स्‍वरूप माना गया है और इनमें भी 1 मुखी रुद्राक्ष सबसे ज्‍यादा पवित्र और प्रभावशाली है। यह हमारी आध्‍यात्‍मिक विरासत का एक बहुमूल्‍य हिस्‍सा है। 

ऐसा माना जाता है कि यदि कोई व्‍यक्ति पूरी आस्‍था से शुद्ध और अभिमंत्रित एक मुखी रुद्राक्ष ग्रहण कर लेता है तो उसे जीवन में कभी पीछे मुड़कर नहीं देखना पड़ता। एक मुखी रुद्राक्ष इतना शक्तिशाली होता है कि अगर कोई इसे धारण कर ले तो वह पाप-पुण्‍य के चक्‍कर से मु‍क्‍त हो जाता है। इसे धारण करने से ब्राह्मण हत्‍या जैसा पाप भी खत्‍म हो जाता है।  

Ek Mukhi Rudraksha क्या है?

एक मुखी रुद्राक्ष का अर्थ है ऐसा रुद्राक्ष जिसमें एक मुख हो। रुद्राक्ष के फल की यह बहुत विचित्र बात होती है कि इसमें एक सिरे से दूसरे सिरे तक एक धारी आती है। इस धारी को ही रुद्राक्ष का मुख कहा जाता है। 

इसी धारी के आधार पर एक मुखी रुद्राक्ष 1 मुखी से लेकर 21 मुखी तक होते हैं। 

Ek Mukhi Rudraksha नेपाल, इंडो‍नेशिया और रामेश्‍वरम में पाया जाता है। नेपाल में पाया जाने वाला रुद्राक्ष छोटा किन्‍तु कुछ गोलनुमा होता है। यह बहुत ही दुर्लभ रुद्राक्ष है और कभी प्राप्‍त होता है तो इसकी कीमत लगभग ढेड लाख या उससे भी अधिक होती है। इसके बाद इंडोनेशिया का 1 मुखी रुद्राक्ष पाया जाता है। यह काफी छोटा होता है और इसकी कीमत रु. 5000 से शुरू होती है तीसरा रामेश्‍वरम में पाया जाने वाला एक मुखी रुद्राक्ष अर्धचंद्राकार होता है यह रु. 2000 से रु. 5000 के बीच की कीमत में प्राप्‍त होता है। 

कम कीमत, आसानी से उपलब्‍ध होने और प्रभावी होने के कारण रामेश्‍वरम का अर्धचंद्राकार एक मुखी रुद्राक्ष सबसे ज्‍यादा चलन में है। 

Ek Mukhi Rudraksha का महत्व

1. भगवान शिव को प्रीय: एक मुखी रुद्राक्ष में स्‍वयं भगवान शिव का वास होता है। यह भगवान शिव को बहुत प्रीय है और इसे धारण करने वाला भी भगवान शिव को प्रीय हो जाता है अत: शिव उसकी हर प्रकार से रक्षा और सुरक्षा करते हैं। 

2. सभी रुद्राक्षों में श्रेष्‍ठ: एक मुखी रुद्राक्ष को सभी रुद्राक्षों में सबसे श्रेष्‍ठ माना जाता है। इसको धारण करने से सभी रुद्राक्षों के फल प्राप्‍त होते हैं। यह सभी रुद्राक्षों की शक्ति अपने अंदर समाए हुए है। इसलिए इसको धारण करने वाला भी स्‍वयं को सबसे आगे लेकिन सबकों साथ लेकर चलने का गुण प्राप्‍त करता है। 

3. आध्यात्मिक विकास: एक मुखी रुद्राक्ष के प्रभाव से व्‍यक्ति का आध्‍यत्मिक विकास होता है। व्‍यक्ति भौतिक समाज से हट कर अपने अंदर की यात्रा में लग जाता है जिससे वह समाज के लिए समर्पित होता है। 

Rudralok.in से अभिमंत्रित एक मुखी रुद्राक्ष प्राप्‍त करने के लिए यहां क्लिक करें।

Ek Mukhi Rudraksha कैसे धारण करें

आध्‍यात्‍मिक और ऊर्जा से भरी हुई वस्‍तुओं को धारण करने का एक नियम होता है और यही नियम Ek Mukhi Rudraksha के विषय में भी है :

सही धागा चुनना

रुद्राक्ष गले में किसी धागे अथवा धातु की चेन में ही धारण करना चाहिए। अगर धातु की चेन में धारण कर रहे हैं तो कोई समस्‍या नहीं है लेकिन अगर धागे में धारण कर रहे हैं तो धागा पीला, लाल या सफेद होना चाहिए। धागा शुद्ध हो और किसी भी प्रकार से गंदा न हो। 

कब पहनें 

Ek Mukhi Rudraksha को रविवार या सोमवार के दिन सुबह धारण करना बहुत शुभ होता है। धारण करने से पहले इसे किसी शिव लिंग में स्‍पर्श कर लें तो इसकी शक्ति बहुत बढ़ जाती है। इसके अलावा धारण करने से पहले भगवान शिव का स्‍मरण करना भी जरूरी है। 

पहनने के बाद ध्‍यान रखें: 

1. सफाई:

गले में रुद्राक्ष धारण करें तो वह पसीने आदि से गंदा हो जाता है। इस अवस्‍था में साफ कपड़े या मुलायम ब्रश से हल्‍के पानी या साफ नारियल के तेल से रुद्राक्ष को साफ करना चाहिए। इससे रुद्राक्ष की सही ऊर्जा आपको प्राप्‍त होती रहती है। 

2. पानी से बचें:

वैसे तो रुद्राक्ष बहुत ही शक्तिशाली होता है और उसे पानी आदि से कोई नुकसान नहीं होता लेकिन बहुत ज्‍यादा देर तक इसे पानी में नहीं भिगाना चाहिए। नहाने आदि के बाद इसे कपड़े से सही प्रकार से पोछ लेना चाहिए। 

3. प्रदर्शन न करें: 

आपने अगर Ek Mukhi Rudraksha धारण किया हुआ है तो कभी भी मन में ये इच्‍छा न लेकर आएं कि इस रुद्राक्ष का शो ऑफ करें। रुद्राक्ष को अपने कपड़ों के पीछे ही ढका हुआ रहने दें। 

4. पहन कर सोएं या नहीं 

यह निर्णय आपका है, यदि आप इसकों धारण करके सोते हैं तो कुछ बातों का ध्‍यान रखें

  • बार बार हाथ रुद्राक्ष पर न ले जाएं और यदि हाथ गया भी तो यह सुनिश्चित करें की आपको हाथ साफ हो। 
  • पहन के सोने से यह आपको चुभ सकता है और यह भी संभव है कि रुद्राक्ष पर दबाव पड़े और वह टूट जाए। 
  • सुबह अपने साथ रुद्राक्ष को भी स्‍नान कराएं और भगवान शिव का ध्‍यान करके इसे कम से कम 11 बार शिव मंत्र के साथ जागृत करें। 

लेकिन सबसे अच्‍छा यह होगा कि आप इस रुद्राक्ष को सोने से पहले उतारें, माथे से लगा कर सुरक्षित जगह पर रख दें। इसके बाद अगली सुबह नहां धो लेने के बाद भगवान शिव के स्‍मरण के बाद इस रुद्राक्ष को पुन: धारण कर लें। 

आपका Ek Mukhi Rudraksha असली है या नकली 

सामान्‍य आंखों से बिना अनुभव के यह बता पाना बहुत मुश्‍किल है कि आपको रुद्राक्ष असली है या नकली। इसलिए 1 मुखी रुद्राक्ष लैब सर्टिफाइड ही लें। सिर्फ इतना ही नहीं जो लैब कार्ड में दो चीजों जरूर देखें पहला रुद्राक्ष के आगे नेचुरल/प्राकृतिक हिन्‍दी या अंग्रेजी में लिखा है या नहीं। अगर नेचुरल/ प्राकृतिक नहीं लिखा हो तो आप समझ जाएं कि जो रुद्राक्ष आपके पास है व नकली है। 

एक बहुत प्रचलित परीक्षण है रुद्राक्ष को पानी में डुबों के देखना। यह पूर्ण रूप से तर्क हीन है पानी में डूबने या तैरने से इस निष्‍कर्ष तक नहीं पहुचा जा सकता है कि यह रुद्राक्ष ओरीजिनल है या डुप्‍लीकेट। 

Ek Mukhi Rudraksha बहुत सस्‍ता नहीं होता। इसलिए बहुत कम दाम में अगर यह आपको कहीं मिल रहा है तो आपको सावधान हो जाना चाहिए। 1 मुखी रुद्राक्ष की औसत कीमत ऊपर बताई गई जिसके बाद आपको अंदाजा हो जाएगा कि किस कीमत के रुद्राक्षों को बहुत सस्‍ता कहा जा सकता है। 

निष्‍कर्ष 

हिन्‍दु धर्म बहुत विशाल है और मानव जीवन को लगातार आसान बनाने के लिए हमारे ऋषि मुनियों ने दिन रात तपस्‍या करके एक से एक उपाय खोजे हैं। रुद्राक्ष भी उनमें से एक है। 

न तो रुद्राक्ष फैशन के काम आता है और न ही और किसी काम में लेकिन केवल आध्‍यात्‍मिक मान्‍यता इसकी ऐसी है कि नेपाल और इंडोनेशिया की इकोनॉमाी का एक बड़ा योगदान इन आध्‍यात्मिक और अद्भुत दानों का है। 

रुद्रलोक में हमारा तो यह मानना है कि हर हिन्‍दू को हर सनातनी को इसे अपने धर्म के पर्याय के रुप में अवश्‍य धारण करना चाहिए। 

Ek Mukhi Rudraksha के मंत्र 

ओम ह्रीम नम: (शिवा पुराण) 

ओम रुद्र (पद्म पुराण) 

ओम नम: शिवाय 

हर हर महादेव।। 

प्रश्‍न: Ek Mukhi Rudraksha पहनने से क्‍या फल मिलता है। 

भगवान शिव के पहले आंसू से बना एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से व्‍यक्ति को आध्‍यात्‍मिक ज्ञान प्राप्‍त होता है। व्‍यक्ति गंभीर होता है, अच्‍छे नेतृत्‍व के गुण आते हैं और शीर्ष पदों पर कार्य प्राप्‍त करता है। 

प्रश्‍न: Ek Mukhi Rudraksha में किस भगवान का वास होता है। 

उत्‍तर: Ek Mukhi Rudraksha में स्‍वयं भगवान शिव का वास होता है। यह सूर्य के शुभ फल के लिए धारण किया जाता है। इसको धारण करने से समस्‍त ग्रह दोष समाप्‍त हो जाते हैं। 

प्रश्‍न: Ek Mukhi Rudraksha का प्रभाव कितने दिनों में दिखेगा। 

अगर पूरी श्रृद्धा और भगवान शिव के प्रति संपूर्ण आस्‍था के साथ इसे धारण किया है तो इसका फल धारण करने के कुछ घंटों बाद ही दिख जाएगा। कई बार तो यह भी देखा गया हैं कि भक्ति में इतनी शक्ति होती है कि एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने के संकल्‍प मात्र से ही लाभ होने लगा है। 

प्रश्‍न: एक मुखी रुद्राक्ष पहली बार कब और कैसे धारण करें। 

अगर आप एक मुखी रुद्राक्ष पहली बार धारण कर रहे हैं तो इसे रविवार या सोमवार के दिन शिव मंत्रों के साथ धारण करें। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Open chat
1
Chat Now For Free Gift
RudraLok
ॐ नमः शिवाय👋
उपहार प्राप्त करने के लिए हमसे बात करें।